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प्यार नहीं करता

 प्यार नहीं करता

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दूरी बढ़ी और बढ़ती गई
और दो शख्स आम हो गए,
दो अलग शहर में हम दो प्रेमी
घड़ी के ग़ुलाम हो गए,
पल पल खबर रखने वाला अब, याद इकबार नहीं करता
वो करता है मुझसे प्यार, या प्यार नहीं करता...

दिनभर रहता काम में मशगूल
रात में थककर सो जाता है,
मुझको वो शक्स वापस चाहिए
जो हँसकर मुझमें खो जाता है,
अब मैं बिंदी ना लगाऊँ, तो वो इंकार नहीं करता
वो करता है मुझसे प्यार, या प्यार नहीं करता...

अब कहता है कि छुट्टी नहीं है
जिसने मिलने के वादे हजार किए थे,
कॉलेज के ही दिन अच्छे थे,
जब कूद के दीवारें पार किए थे,
जिसका हर पल मेरा था, वो मेरे हिस्से इतवार भी नहीं करता
वो करता है मुझसे प्यार, या प्यार नहीं करता....

हर सुबह उठकर सबसे पहले
उसे मेरी आवाज की ख्वाहिश थी,
मैं थोड़ा सा गुनगुना लूँ तो बस
उसकी गाने की फर्माइश थी,
अब मेरा गाना उसके दिल को बेकरार नहीं करता,
वो करता है मुझसे प्यार, या प्यार नहीं करता...

वो लड़का मुझसे लड़ता नहीं अब,
रूठ जाऊँ तो मनाता नहीं,
जो कहता था रानी बना कर रखेगा
वो थोड़े से नखरे भी उठाता नहीं,
जिसे पाकर मुझे गर्व है, वो मुझे पाकर अहंकार नहीं करता,
वो करता है मुझसे प्यार, या प्यार नहीं करता...

सब कुछ याद रखने वाला अब
मेरा जन्मदिन भूल जाता है,
मुझे वो शख्स वापस चाहिए
जो मेरी खुशी में खुशी से फूल जाता है,
उसके जीवन में क्या चल रहा है, मुझे वो इजहार नहीं करता
वो करता है मुझसे प्यार, या प्यार नहीं करता...?
वो करता है मुझसे प्यार, या प्यार नहीं करता...?

-दीपक कुमार साहू
9th April 2025
04 : 52 : 14 PM

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