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Showing posts from November, 2020

Shayari No. 8

 Shayari No. 8 डर लगता है सन्नाटों से मुझे, खामोश रह कर कई अपनों को खोया है मैंने...

Shayari No. 7

 Shayari No. 7 दिल धड़कता है, आवाज सुन लो ज़रा। मंजिल की ओर ये आगाज बुन लो ज़रा।  खुदा से तुमको पाने कि की है हसरत,,  आँखों ही आँखों में मुझे चुन लो ज़रा।

Shayari No. 6

 Shayari No. 6 ये जो है मेरे पास वो किसी जन्नत से कम नहीं,, भूखे पेट, लंबा सफर कदमों से तय किया है मैंने... 

Shayari No. 5

 Shayari No. 5 ये पल पल का कोसना, ताने और बद्दुआएं तेरी, सह लेता हूँ चुप चाप, क्यूँकि जब टूटा था मैं, तब बिखरने से बचा लिया था तूने इसीलिए तेरा कर्जदार हूँ मैं....

Shayari No. 4

 Shayari No. 4 "बातें बड़ी अच्छी बना लेते हो..."  कमबख्त ने ये कह कह कर मुझे शायर बना दिया...