Skip to main content

Posts

Showing posts from November, 2021

Shayari No. 43

 अब इस रिश्ते को क्या नाम दूँ? वो मुझसे बात करते वक़्त रोती है, मैं उससे बात करने के बाद रोता हूँ...

Shayari No. 42

 तूने रिश्ते को हमारे नाम नहीं दिया, कोई ग़म नहीं... पर किसी और का तेरा खास हो जाना मुझे मंजूर नहीं...

Shayari No. 41

 टूटकर जब मैं घर लौटकर आया, तेरा फिर घर छोड़कर जाना मुझे और तोड़ गया...