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Shayari No. 13

 तुम्हारा अंजाम इतना आम नहीं होना चाहिए था

पता था कि तुम चले जाओगे,

ऐसे ही जाओगे, जानते थे,

पर ये दिल मानने को तैय्यार नहीं था



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