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एक लड़की है...

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एक लड़की है

किसी के फोन का यूँ ही इंतजार करूं, 
दिल कह तो रहा है फिर से प्यार करूं, 
इक दोस्ती है जो गहराने लगी है,, 
एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...

ना उसका कोई घर ना मेरा डगर है, 
हम दोनों का अपना अलग ही सफर है,
आते जाते हर मोड़ वो टकराने लगी है,, 
एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...

वो एक मीठा सा दर्द होने लगा है, 
मन फिर किसी के जुल्फों में खोने लगा है, 
उसकी हँसी मेरे दिल पे छाने लगी है,, 
एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...

दिल टूटा था मेरा, ठोकरें भी खाईं हैं, 
मोहब्बत में आँसू उसने भी बहाई हैं, 
एक दूसरे को देख के, वो पीड़ा जाने लगी है,, 
एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...

"पता है आज क्या हुआ?" ये सुनने को बेताब रहता हूँ 
वो दो पल मुस्कुरा दे... इसी में आबाद रहता हूँ 
दिन की छोटी बड़ी बातें मुझे बताने लगी है,,
एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...

एक अर्से बाद कोई मिला जो मेरे जैसा है, 
जिसके लिए जरूरी है, कि इंसान दिल से कैसा है, 
जो मुझे समझ कर, दिल में प्यार जगाने लगी है,, 
एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...

दोस्त चिढ़ाते हैं और मैं उनकी बातों में आ जाता हूँ, 
अब तो दफ्तर में बैठे बैठे शर्मा जाता हूँ, 
उसके दिल में क्या है? ये बात सताने लगी है,, 
एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...
                         एक लड़की है जो पसंद आने लगी है...
-दीपक कुमार साहू 
06th March 2025
1 : 33 : 25 AM

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