Shayari No. 7 दिल धड़कता है, आवाज सुन लो ज़रा। मंजिल की ओर ये आगाज बुन लो ज़रा। खुदा से तुमको पाने कि की है हसरत,, आँखों ही आँखों में मुझे चुन लो ज़रा।
Shayari No. 5 ये पल पल का कोसना, ताने और बद्दुआएं तेरी, सह लेता हूँ चुप चाप, क्यूँकि जब टूटा था मैं, तब बिखरने से बचा लिया था तूने इसीलिए तेरा कर्जदार हूँ मैं....