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Showing posts from June, 2021

Shayari No. 35

  हर रात तेरी तस्वीर देख, तेरे हो जाते हैं , फोन सीने पे रखकर यूँ ही सो जाते हैं, तुम भूलकर भी भूल से भूल ना जाना मुझे,, लोग कहते हैं जो दूर जाते हैं... खो जाते हैं -दीपक कुमार साहू 

Shayari No. 34

तेरी झलक भर से दिल खुशियों पे सवार होता है,  काजल भरी आँखों का ऐसा खुमार होता है,  जून के अंत पे आ जाए जो तेरा जन्मदिन,,  वो जन्मदिन नहीं, मेरे लिए त्योहार होता है... -दीपक कुमार साहू   

Shayari No. 33

  अभी तो सुबह देखा था, अभी शाम देख रहा हूँ, बिन तेरे ये दिन बीतते नहीं खोते जा रहे हैं...  -दीपक कुमार साहू 

Shayari No. 32

उसे मेरी जेब की गहराई का अंदाजा है,,  इस जन्मदिन उसने मुझसे सिर्फ प्यार माँगा है...  -दीपक कुमार साहू   

Shayari No. 31

  तुम्हारे सामने हर दफा दिल हारता है कोई...  अब आईने में देख खुद को सवारता है कोई...  सच बताना क्या तुम्हें हिचकी नहीं आती? शामों सुबह तुम्हारी तस्वीर निहारता है कोई...  -दीपक कुमार साहू 

Shayari No. 30

  यूँ दूरियों के सन्नाटों से बेहतर हैं  कुर्बत के झगड़े... वो पल पल मुझसे लड़ती है,, मैं हर पल उसपे मरता हूँ...  -दीपक कुमार साहू 

Shayari No. 29

  दोस्ती यारी छूट गई, यादें अब भी साथ हैं... कसमें वादे टूट गए, बातें अब भी साथ हैं... बिछड़ते वक़्त जो भेंट तुमने दिए थे,,  वो फूल तो यूँही सूख गए,, किताबें अब भी साथ हैं..  -दीपक कुमार साहू